साइबर ठगी के आरोपी शैकुल की मृत्यु के मामले में सेशन न्यायालय द्वारा जांच के लिए जुडिशयल मजिस्ट्रेट किया गया नियुक्त

ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट आकृति वर्मा की मौजूदगी में वीडियोग्राफी करवाकर डॉक्टरों के बोर्ड में शामिल डॉ प्रियंका, डॉ रोहित गौड़ व डॉ ऋतु की टीम द्वारा शव का किया गया पोस्टमार्टम।

आपको बता दें कि मृतक शैकूल खान अलवर के टिकरी गांव का रहने वाला था। आरोपी शैकूल व उसके साथियों ने फर्जी फौजी बनकर प्लॉट खरीदने के नाम पर फरीदाबाद निवासी सुब्रत के साथ करीब 1.90 लाख रुपये की आनलाईन ठगी की वारदात को अंजाम दिया था।

पीड़ित सुब्रत की शिकायत पर 13 जुलाई को आरोपियों के खिलाफ साइबर ठगी/धोखाधड़ी की धाराओं के तहत साइबर थाना एनआईटी में मुकदमा नंबर 29 दर्ज किया गया था। मामले में संलिप्तता पाए जाने पर आरोपी नरेंद्र, धर्मेंद्र, साबिर, अली मोहम्मद व शैकूल उपरोक्त को काबू किया गया, जिनका कार्य मेवात मे रहने वाले अपने अन्य साथियो को फर्जी दस्तावेज पर बैंक खाते खुलवाकर उनके ए.टी.एम. व चैक बुक उपलब्ध कराने का था।

जिनका प्रयोग साईबर अपराधी आम जनता को ठगने में करते है। आरोपियों को 20 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। कानूनी प्रक्रिया के अंतर्गत 20 जुलाई को आरोपियों की मेडिकल जांच कराई गई थी और गिरफ्तारी की सूचना आरोपीयो के परिजन को दी गई थी जिस सुचना पर उसके गांव टीकरी अलवर से सरपंच ताहिर दो-तीन अन्य लोगों के साथ आरोपी शैकूल से मिलने थाना साईबर आया था।

सभी आरोपियों को 21 जुलाई को अदालत में पेश किया गया। माननीय अदालत ने सुनवाई उपरान्त आरोपी शैकुल उपरोक्त सहित सभी आरोपियों को 10 दिन का पुलिस रिमांड दिया गया था। 21 जुलाई को आरोपी शैकुल ने कहा कि उसे कमजोरी महसूस हो रही है सांस लेने में दिक्कत है। जिस पर आरोपी शैकुल उपरोक्त को तुरन्त बीके हॉस्पिटल ले जाया गया जहां पर डॉक्टरों ने उसको आवश्यक दवाईयां एडवाइज की और कहा कि दवाई से ठीक हो जाएगा।

आरोपी शैकूल ने 22 जुलाई को फिर कहा कि उसे कमजोरी महसूस हो रही है जिस पर उसे फिर से दौबारा बीके हॉस्पिटल लेकर गए इलाज के पश्चात उसे फिर से वापस भेज दिया और डाक्टरो ने लिखित में निर्देश दिये कि उसे दाखिल करने की आवश्यकता नही है। इसी क्रम में जब कल सुबह फिर से तबीयत खराब होने पर आरोपी शैकुल को हस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान अस्पताल में आरोपी शैकुल उपरोक्त की मृत्यु हो गई। मृतक के परिजनों को इसके बारे में सूचित किया गया।

कानूनी प्रकिया का पालन करते हुयें माननीय अदालत को घटना के बारे में अवगत कराया गया, जिस पर माननीय अदालत ने घटना की जांच के लिये जुडिशियल मजिस्टैट आकृति वर्मा को नियुक्त किया है।मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने शैकूल के साथ मारपीट की थी जिसकी वजह से उसकी मृत्यु हो गई।

मृतक के भाई साबिर की दरखास्त पर पुलिस टीम के खिलाफ थाना ओल्ड में मुकदमा दर्ज किया गया है। मृतक के भाई साबिर ने मजिस्टैट के सामने अपने ब्यान दर्ज कराये है। मामले की निष्पक्ष जांच के लिये पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है।मामले में पास्टमार्टम रिपोर्ट व जुडिशियल रिर्पोट के आधार पर आगामी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।

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